School admission scam and job frauds

बिहार के छात्रों को निशाना बना रहे ये Online Scams – Admissions, Exam और जॉब फ़्रॉड से बचने के तरीके

बिहार के बहुत से छात्र आज मोबाइल और लैपटॉप से ही अपना पूरा करियर तैयार कर रहे हैं। कॉलेज एडमिशन की जानकारी हो, किसी प्रतियोगी परीक्षा का फॉर्म हो या ऑनलाइन नौकरी की तलाश, सब कुछ इंटरनेट से ही शुरू होता है। इसी जगह पर ऑनलाइन scam करने वाले लोग सक्रिय रहते हैं और छात्रों को अपने जाल में फँसाने की कोशिश करते हैं।

कई बार एक गलत लिंक, नकली फॉर्म या फर्जी जॉब ऑफर की वजह से सालों की मेहनत, फीस और कीमती समय बर्बाद हो जाता है। इसलिए student cyber safety और online safety for students अब सिर्फ सलाह नहीं, बल्कि ज़रूरत बन चुकी है। यह जानकारी जितनी जल्दी छात्रों तक पहुँचेगी, उतना ही वे admission scam, exam scams और job fraud से बच पाएंगे।

क्यों बढ़ रहे हैं ऑनलाइन धोखे?

ऑनलाइन धोखाधड़ी इसलिए बढ़ रही है क्योंकि छात्रों की ज़िंदगी अब डिजिटल हो गई है। फॉर्म भरना, एग्जाम अपडेट देखना, नोट्स डाउनलोड करना, हर काम मोबाइल पर हो रहा है। ठगों को पता है कि छात्र जल्दी में रहते हैं, उन्हें समय कम होता है और वे हर लिंक को गहराई से चेक भी नहीं करते।

दूसरी तरफ, हर कोई इंटरनेट नियमों को ठीक से नहीं समझता। Internet safety for students के बारे में बहुत कम बात होती है। इसी कमी का फायदा उठाकर ठग नकली वेबसाइट, फर्जी अकाउंट और झूठे ऑफर के ज़रिये अपना काम कर लेते हैं।

इंटरनेट पर नकली अकाउंट बढ़ गए हैं

आज सोशल मीडिया पर सैकड़ों fake अकाउंट दिख जाते हैं जो खुद को कॉलेज, कोचिंग या बड़ी कंपनी बताकर पेज बना लेते हैं। उनका नाम और लोगो असली जैसा लगता है, लेकिन वे असल संस्था से जुड़े नहीं होते।

उदाहरण के लिए, कोई पेज खुद को “Official Admission Help” लिखकर छात्रों को DM में मैसेज भेजता है – “सीट कम है, अभी तुरंत रजिस्ट्रेशन फीस भेजिए।” जल्दी में छात्र पता भी नहीं लगाते कि यह पेज असली नहीं है। ऐसे नकली अकाउंट की वजह से online scam का खतरा और बढ़ जाता है।

छात्रों में ऑनलाइन जानकारी की कमी

बहुत से छात्र यह नहीं जानते कि असली वेबसाइट कैसे पहचानी जाए, या यूआरएल में छोटी गलती से भी वेबसाइट नकली हो सकती है। YouTube वीडियो या फॉरवर्ड मैसेज देखकर ही कई लोग फॉर्म भर देते हैं, बिना आधिकारिक नोटिस देखे।

बिहार के Internet safety for students में यह समझना बहुत जरूरी है कि कोई भी फॉर्म सिर्फ उसी वेबसाइट पर भरोसे से भरा जाए, जो सरकारी नोटिफिकेशन, यूनिवर्सिटी या भरोसेमंद स्रोत से जारी हुई हो।

सोशल मीडिया से ठग आसानी से पहुँच जाते हैं

सोशल मीडिया और मैसेंजर ऐप ने दूरी कम कर दी है, लेकिन खतरा बढ़ा दिया है। ठग अलग अलग स्टूडेंट ग्रुप, टेलीग्राम चैनल या व्हाट्सऐप ब्रॉडकास्ट में जुड़कर फर्जी लिंक, फर्जी पेपर, नकली जॉब ऑफर भेजते हैं।

वे अक्सर ऐसे शब्द इस्तेमाल करते हैं – “कन्फर्म पेपर”, “इंसाइडर सोर्स”, “सीधी नौकरी”, “गैरेंटी सिलेक्शन”। यह बातें सुनकर कई छात्र आकर्षित हो जाते हैं और यहीं से धोखा शुरू हो जाता है।

छात्रों को टारगेट करने वाले सबसे आम Online Scams

अब समझते हैं कि कौन से online scam सबसे ज्यादा छात्रों को फँसा रहे हैं।

Admission Scam – फर्जी कॉलेज और फर्जी फॉर्म

Admission fraud में ठग नकली कॉलेज या कोर्स के नाम पर फॉर्म निकलवाते हैं।

  • वे सोशल मीडिया या गूगल ऐड पर विज्ञापन चलाते हैं – “लो फीस में गारंटीड सीट”, “बिना एंट्रेंस डायरेक्ट एडमिशन”।
  • फॉर्म किसी अनजान वेबसाइट पर होता है, जहाँ रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसा लिया जाता है।
  • बाद में पता चलता है कि न तो कॉलेज का कोई मान्यता है, न ही एडमिशन लिस्ट में आपका नाम।

Exam Scam – फर्जी पेपर और फर्जी आंसर की

यह exam scams का दौर भी है। ठग टेलीग्राम या व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर कहते हैं – “पेपर लीक हो गया है”, “रात 12 बजे असली पेपर मिलेगा”, “फाइनल आंसर की हमारे पास है”।

छात्रों से पहले एडवांस में पैसे लिए जाते हैं, फिर या तो कोई बेकार फाइल भेज दी जाती है, या ग्रुप ही गायब हो जाता है। कई बार जो आंसर की मिलती है वह पूरी तरह गलत होती है, जिससे स्टूडेंट की तैयारी भी बिगड़ जाती है।

Job Fraud – नकली जॉब ऑफर और पैसे माँगना

कई छात्र कॉलेज के साथ साथ पार्ट टाइम काम या फुल टाइम नौकरी की तलाश में रहते हैं। यहीं से job fraud और online job scams शुरू होते हैं।

  • ईमेल, सोशल मीडिया या जॉब पोर्टल पर मैसेज आता है – “घर बैठे हाई सैलरी”, “डेटा एंट्री में दिन के 3-4 घंटे, 20,000 रुपये महीने”।
  • कुछ राउंड के बाद कहा जाता है – “जॉइनिंग से पहले सिक्योरिटी फीस, यूनिफॉर्म चार्ज या रजिस्ट्रेशन चार्ज भेजिए।”
  • पैसा भेजने के बाद कंपनी से कोई जवाब नहीं मिलता या सब नंबर स्विच ऑफ हो जाते हैं।

असली कंपनियाँ इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बिना पैसे नहीं माँगतीं। यह बात हमेशा याद रखिए।

ऑनलाइन ठग को कैसे पहचानें?

How to identify a scammer online समझना उतना मुश्किल नहीं है, अगर आप कुछ संकेत पहचान लें।

अनजान नंबर या मैसेज से सावधान रहें

  • ऐसे नंबर जो बार बार कॉल करके तुरंत फैसला लेने के लिए दबाव डालें।
  • मैसेज या ईमेल जिनमें बहुत गलती हो, अजीब लिंक हो या सिर्फ पैसे और ऑफर की बात हो।
  • कोई आपको जानता ही नहीं, फिर भी अचानक “सेलेक्शन कन्फर्म” या “सीट फाइनल” लिखकर मैसेज करे।

यह सब संकेत हो सकते हैं कि सामने वाला भरोसेमंद नहीं है।

कोई OTP, पैसे या डॉक्यूमेंट माँगे तो मना करें

ऑनलाइन फॉर्म या फोन कॉल पर अगर कोई आपसे OTP, बैंक डिटेल, आधार कार्ड की फोटो, मार्कशीट या पैसे माँगे, तो तुरंत रुक जाएँ।

वैध संस्था OTP नहीं पूछती, और असली जॉब या एडमिशन के लिए पहले पैसे नहीं लिए जाते। यह बात जितनी जल्दी समझेंगे, उतना ही online fraud se kaise bache का जवाब साफ होता जाएगा।

लिंक और वेबसाइट को ध्यान से चेक करें

  • हमेशा वेबसाइट का पता ठीक से पढ़ें, स्पेलिंग और डोमेन देखकर ही भरोसा करें।
  • “https” और सही डोमेन (.gov, .ac, .in आदि) देखना एक अच्छी आदत है।
  • गूगल पर कॉलेज या कंपनी का नाम सर्च करके आधिकारिक साइट कन्फर्म करें, तभी फॉर्म भरें।

Students Online Fraud se Kaise Bache?

अब बात करते हैं कुछ आसान कदमों की, जो हर छात्र अपना सकता है। ये online safety tips for students आपकी रोजमर्रा की आदत का हिस्सा बन सकते हैं।

सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर ही फॉर्म भरें

किसी भी परीक्षा या एडमिशन का फॉर्म सिर्फ उसी वेबसाइट पर भरें, जिसका लिंक सरकारी नोटिस, अखबार या आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर दिया गया हो।

कोचिंग, यूट्यूब वीडियो या किसी अनजान टेलीग्राम ग्रुप से मिले लिंक पर भरोसा करने से बचें। यह online safety for students की सबसे पहली शर्त मानी जा सकती है।

अनजान लिंक, ऐप और मैसेज पर क्लिक न करें

कोई भी लिंक जो अचानक मिले, “ऑफर”, “लीक पेपर” या “फ्री रजिस्ट्रेशन” जैसी बात करे, उस पर सीधे क्लिक न करें। पहले सोचे, फिर किसी भरोसेमंद बड़े से पूछें।

अनजाने ऐप इंस्टॉल न करें, क्योंकि ऐसे ऐप आपके मोबाइल से डाटा चुरा सकते हैं या UPI से पैसे भी निकाल सकते हैं।

अपनी निजी जानकारी किसी को न दें

स्टूडेंट आईडी, आधार नंबर, पैन, बैंक डिटेल, पासवर्ड, फोटो और सर्टिफिकेट – ये सब आपकी निजी चीज़ें हैं। इन्हें किसी अजनबी को भेजना सही नहीं है।

सोशल मीडिया पर भी ज्यादा जानकारी ओपन न रखें। यह छोटी आदतें आपकी student cyber safety को मजबूत बनाती हैं।

Online Scams से बचने के लिए Antivirus क्यों ज़रूरी है?

सिर्फ सावधानी काफी नहीं होती, एक भरोसेमंद सुरक्षा सिस्टम भी जरूरी है जो आपके मोबाइल और कंप्यूटर को हर समय बचाए रखे।

नकली लिंक और वायरस से बचाता है

अच्छा एंटीवायरस कई खतरनाक वेबसाइट और फर्जी लिंक को पहले ही ब्लॉक कर देता है। जब आप किसी गलत साइट पर जाने वाले होते हैं तो यह आपको चेतावनी दे सकता है।

Quick Heal के AntiFraud जैसे फीचर ऐसे कई धोखों से बचाने में मदद करते हैं जो लिंक, फर्जी ईमेल और खतरनाक डाउनलोड के ज़रिये आते हैं। आप चाहे तो Quick Heal के ब्लॉग पर दिए गए online scamming methods भी पढ़ सकते हैं, ताकि आपको नए तरीकों की जानकारी मिलती रहे।

फर्जी वेबसाइट और स्कैम अलर्ट देता है

कई बार वेबसाइट दिखने में असली जैसी लगती है, लेकिन बैकग्राउंड में डेटा चुराने का काम करती है। एंटीवायरस ऐसे साइट पर जाते ही अलर्ट दे सकता है।

Quick Heal का Total Security पैकेज ब्राउज़िंग के दौरान फिशिंग साइट, फर्जी लॉगिन पेज और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखकर छात्रों की सुरक्षा बढ़ा सकता है।

मोबाइल और कंप्यूटर को सुरक्षित रखता है

आज ज्यादातर छात्र पढ़ाई, नोट्स और ऑनलाइन टेस्ट के लिए मोबाइल और लैपटॉप दोनों का इस्तेमाल करते हैं। एंटीवायरस इन दोनों डिवाइस को वायरस, स्पायवेयर और अन्य मालवेयर से बचाकर रखता है।

इससे न सिर्फ आपका डाटा सुरक्षित रहता है, बल्कि डिवाइस भी बेहतर तरीके से चलता है। इस प्रकार तकनीक और जागरूकता मिलकर आपकी internet safety for students को मजबूत बनाती है।

  • ऑनलाइन फ्रॉड कैसे होता है?

    ऑनलाइन फ्रॉड आमतौर पर नकली लिंक, फर्जी वेबसाइट, झूठे ऑफर, फर्जी कॉल या मैसेज के ज़रिये होता है। ठग आपसे पैसे, OTP, पासवर्ड या निजी जानकारी निकलवाकर आपका नुकसान करते हैं।

  • ऑनलाइन धोखेबाजों की पहचान कैसे करें?

    अगर कोई व्यक्ति या मैसेज सिर्फ जल्दी फैसला लेने का दबाव डाले, बार बार पैसे मांगे या OTP और डाक्यूमेंट की फोटो मांगे, तो सतर्क हो जाएं। वेबसाइट या लिंक की स्पेलिंग, डोमेन और भरोसेमंद सोर्स से मिलान करके देखना भी मदद करता है।

  • मुझे कैसे पता चलेगा कि कोई ऑनलाइन नौकरी असली है या नकली?

    असली नौकरी में कंपनी इंटरव्यू, ऑफिस एड्रेस और आधिकारिक ईमेल से बात करती है और पहले से पैसे नहीं मांगती। अगर कोई कंपनी रजिस्ट्रेशन, ट्रेनिंग या सिक्योरिटी के नाम पर तुरंत पैसा जमा करने को कहे, तो समझ जाइए कि यह job fraud हो सकता है।

  • ऑनलाइन सुरक्षित रहने का सही तरीका क्या है?

    ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए अनजान लिंक पर क्लिक न करें, OTP और बैंक डिटेल किसी को न दें और सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट पर ही फॉर्म भरें। इसके साथ ही भरोसेमंद एंटीवायरस का उपयोग और नियमित रूप से जानकारी अपडेट रखना भी बहुत जरूरी है, ताकि आप बदलते ऑनलाइन खतरों से हमेशा एक कदम आगे रहें।

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